SIP क्या होता है : यह कैसे काम करता है?

दोस्तों हम में से काफी सारे लोगों को इन्वेस्टिंग तो करनी है, लेकिन हमारे पास उसके लिए इनफ नॉलेज नहीं होता.  SIP क्या होता है(Sip kya hota hai), इसके बारे में हमें पता ही नहीं होता।

SIP क्या होता है (SIP kya hota hai)

हम अपने इमोशंस को कंट्रोल नहीं कर पाते र अक्सर गलत डिसीजन ले लेते हैं या फिर हम अपने जॉब फैमिली और पर्सनल लाइफ में इतने बिजी हैं, कि हमें स्टॉक मार्केट चेक करने का टाइम ही नहीं मिलता। 

इस केस में SIP आपकी हेल्प कर सकती है SIP का फुल फॉर्म होता है सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान इसके हेल्प से आप बिना किसी नॉलेज के इन्वेस्टिंग स्टार्ट कर सकते हो इसमें ना तो आपका एक भी सेकंड का टाइम जाएगा और ना ही आपको स्टॉक मार्केट को मॉनिटर करना होगा।

इस post में मैं आपको SIP का पूरा नॉलेज दूंगा मैं आपको बताऊंगा की किस तरह से आप सिप के हेल्प से फॉर्च्यून बिल्ड कर सकते हो ।

SIP क्या होता है (SIP kya hota hai)

हम देखेंगे की SIP क्या होता है (Sip kya hota hai)

इसमें कौन सा रिस्क हो सकते हैं  (sip me kitna risk hai)

इसमें आपको कितने पैसे लगाने चाहिए .

और साथ ही इससे आपको कितने रिटर्न मिल सकते हैं ।(sip me kitna return milta h)

मैं ये Post बना रहा हूं सिर्फ आपको हाई वैल्यू इनफॉरमेशन देने के लिए तो इस बात है और अगर आपको लगता है की यह Post आपका वैल्युएबल लाइक डिजर्व करता है तो लाइक जरूर करना ।

तो लिए SIP और Mutual funds के बारे में सारे सवालों का एक-एक करके जवाब जानते हैं।

नंबर 1 

सिप (SIP) क्या होता है (Sip kya hota hai)

सिप एक इन्वेस्टमेंट स्ट्रैटेजिस जिसकी हेल्प से आप म्युचुअल फंड्स के जरिए स्टॉक्स में पैसा इन्वेस्ट करते हो अगर आपके पास टाइम या नॉलेज नहीं है तो आप एक एक्सपर्ट का सहारा ले सकते हो आप अपने पैसे एक एक्सपर्ट को दे दो जो की अपना टाइम और नॉलेज लगाकर आपके पैसे अच्छे से इन्वेस्ट करेगा वो आपके प्रॉफिट का कुछ हिस्सा अपने पास रख लेगा और बचे हुए proffits आपको दे देगा।

इसका मतलब ये भी है की अगर उसे एक्सपर्ट के इन्वेस्टमेंट डिसीजन से आपको नुकसान होता है तो आप उसे एक भी रुपया नहीं दे रहे होंगे,  लेकिन हर एक म्युचुअल फंड के रूल्स अलग होते हैं और अच्छा होगा की आप इन्वेस्टमेंट करने से पहले उनकी फीस के बारे में पढ़ लो।

एक बार आपने अपना म्युचुअल फंड पसंद  आता है, तो आप अपना SIP बनाओ। SIP मैं आप एक फिक्स अमाउंट को हर महीने म्युचुअल फंड में इन्वेस्ट करते रहते हो। मान लो की आप 5000 के SIP करना चाहते हो आप अपना अकाउंट में ऑटो डेबिट लगा सकते हो जिससे हर महीने आपके अकाउंट से ₹5000 कट आपके सिप में ऑटोमेटेकली इन्वेस्ट होते रहेंगे।

SIP सेट कर दिया तो आप उसे भूल जाओ अब वो हर महीने आपके अकाउंट से डेबिट होता रहेगा और आप आराम से अपने जॉब अपने बिजनेस या अपनी पढ़ाई पर फोकस कर सकते हो।

नंबर 2 

SIP क्या होता है (SIP kya hota hai)

कौन सा म्यूचुअल फंड बेस्ट होता है (mutual fund kya hota hai)

म्यूचुअल फंड्स दो तरह के होते हैं 

एक्टिव म्यूचुअल फंड और पैसिव म्यूचुअल फंड्स जैसा की आप नाम से ही समझ गए होंगे।

एक्टिव म्यूचुअल फंड में एक एक्सपर्ट लगातार अपने नॉलेज और मार्केट के मोमेंट्स के हिसाब से पैसे इन्वेस्ट करता रहता है।

SIP क्या होता है (SIP kya hota hai)

दूसरी तरफ पैसिव म्युचुअल फंड्स में आप पैसे लगाकर भूल जाते हो और उसे 10-15 साल के बाद ही निकलती हो पैसिवली मैनेज म्युचुअल फंड्स को इंडेक्स फंड्स (index fund) भी कहा जाता है।

इन म्युचुअल फंड्स में आप देश के टॉप 50 कंपनी में पैसे लगाते हो आप यह Assume करके चलते हो की किसी भी कंट्री के प्रेजेंट टॉप 50 कंपनी लॉन्ग टर्म में better परफॉर्म करेंगी ही इंडिया के इंडेक्स को निफ़्टी फिफ्टी कहा जाता है। 

यहां पर आपको लग रहा होगा की एक्टिव म्यूचुअल फंड better होते हैं क्योंकि उसमें एक्सपर्ट्स हमेशा काम करते रहते हैं ज्यादा काम करने की वजह से उन्होंने रिटर्न्स भी ज्यादा मिलते होंगे लेकिन ऐसा नहीं शॉर्ट टर्म में हो सकता है।

एक्टिव म्युचुअल फंड्स ज्यादा प्रॉफिट कमा रहे हो लेकिन लॉन्ग टर्म में वो पैसिवली मैनेज्ड म्युचुअल फंड्स को बीट नहीं कर पाते एक स्टडी में पाया गया है की पिछले 20 सालों में 85% एक्टिवली मैनेज म्युचुअल फंड्स इंडेक्स फंड्स को बीट नहीं कर पाए हैं।

इसका मतलब ये है, की अगर आप इंडिया के टॉप 50 कंपनी में पैसा लगाकर उसे 20 साल के लिए छोड़ दो और दूसरी तरफ एक्टिवली मैनेज म्युचुअल फंड में 20 साल के लिए पैसा लगाते रहो तो इसके चांसेस बहुत हाई हैं की आपको फर्स्ट सिनेरियो में ज्यादा प्रॉफिट मिलेंगे सिर्फ 15% एक्टिवली मैनेज म्युचुअल फंड सी इंडेक्स को बीट कर पाते हैं लेकिन ये 15% भी नेक्स्ट 20 साल में इंडेक्स को बीट कर पाएंगे या नहीं इसकी कोई गारंटी नहीं है।

इनफेक्ट वॉरेन बफेट खुद कहते हैं क्या अगर उन्हें अपनी इन्वेस्टिंग जर्नी फिर से स्टार्ट करनी होगी वो इंडेक्स फंड्स के साथ ही करेंगे।

नंबर 3 

सिप के हेल्प से आपको कितने रिटर्न्स मिल सकते हैं  (sip me kitna return milta h)

आपको कितने परसेंट का रिटर्न मिलेगा ये तीन फैक्टर्स पे डिपेंड करता है

आप कितने रुपए मार्केट में लगाते हो आप जितने ज्यादा पैसे मार्केट में लगाओगे आपको उतने ज्यादा रिटर्न्स मिलेंगे 

या आप कितने टाइम तक पैसे मार्केट में लगा दो एक बार पैसा लगाकर उसे एक हफ्ते में ही निकल लेने से आपको कोई खास रिटर्न नहीं मिलने वाले।

दूसरी तरफ अगर आप 20 साल तक हर महीने अपने सिप भरते रहते हो तो आपको अच्छे खासे रिटर्न मिल सकते हैं, SIP मार्केट की कंडीशंस ही ऐसी है अनफॉर्चूनेटली इसे कंट्रोल करने के लिए आपको कुछ भी नहीं कर सकते आपके कंट्रोल में ये है की आप कितने पैसे लगाते हो और कितने टाइम तक लगाते हो और किस फंड में लगाते हो।

अगर ये तीनों चीज अच्छी हैं तो आपके रिस्क काफी हद तक कम हो जाते हैं लेकिन वो जीरो नहीं होते मार्केट कंडीशन हमेशा फ्लकचुएट करती रहती है और इस वजह से आप जो भी पैसे लगाओगे उसे खोने का एक रिस्क हमेशा बना रहेगा।

लेकिन अगर आप लॉन्ग टर्म SIP में इन्वेस्ट करते रहते हो तो आपका रिस्क नियर तू जीरो हो जाता है.

अब मैन लो की आप 5000 के सिप करते हो और आपको हर साल 12% की रिटर्न्स मिलते हैं तो ऐसे में 20 साल के बाद आपको कितने रिटर्न्स मिलेंगे जैसे कैलकुलेट करने के लिए आप सिप कैलकुलेटर यूज कर सकते हो गूगल पर जाकर इसको सर्च कर लो आपको ये आसानी से मिल जाएगा।

अगर मैं हर महीने ₹5000 SIP के थ्रू इन्वेस्ट करता रहूंगा तो 20 साल तक इन्वेस्ट कर चुका होगा इस पर मुझे टोटल रिटर्न्स लगभग 38 लाख की मिलेंगे इसका मतलब है मेरे 12 लाख का अमाउंट बढ़कर 50 लाख हो चुका होगा।

अब लिए इन सारी वैल्यूज को हम सिर्फ 20% इंक्रीज कर देते हैं मैन लो की आप 5000 की जगह 6000 हर महीने इन्वेस्ट करते हो मैन लो की आप 20 साल के लिए नहीं बल्कि 24 साल के लिए पैसे लगा दो और मैन लो की रिटर्न्स आपको फिर भी 12% ही मिल रहे हैं क्योंकि ये मार्केट कंडीशंस पे डिपेंड करता है और इसे कंट्रोल करने के लिए हम कुछ नहीं कर सकते अब लिए देखते हैं की इस केस में हमें कितने रिटर्न्स मिलेंगे अब आपका टोटल इन्वेस्टेड अमाउंट लगभग 1728000 है लेकिन रिटर्न्स आपको लगभग 83 लाख तक मिल रहे हैं।

फर्स्ट केस में आपका सिर्फ 38 लाख का रिटर्न मिल रहा था। लेकिन आपने अपनी इन्वेस्टमेंट अमाउंट और इन्वेस्टमेंट टाइम पीरियड को जस्ट 20% ही इंक्रीज किया लेकिन इससे आपके रिटर्न्स लगभग 125% यानी डबल से भी ज्यादा हो गए यह कंपाउंडिंग इफेक्ट का मैजिक अगर आप थोड़े से भी पैसे ज्यादा लंबे टाइम तक मार्केट में इन्वेस्ट करके रखोगे तो आपको बहुत ज्यादा रिटर्न्स भी मिलेगा।

नंबर 4

सिप में इन्वेस्ट करने से पहले आपको कौन सी बातों का ध्यान रखना चाहिए 

जैसे की हमने पहले देखा SIP में अगर आप ज्यादा पैसे ज्यादा टाइम तक इन्वेस्ट करके रखोगे तो आपको ज्यादा प्रॉफिट होगा लेकिन आपको यहां पर यह जानना होगा की टाइम पैसे से ज्यादा इंपॉर्टेंट होता है।

मतलब अगर आप थोड़े से पैसे ज्यादा टाइम के लिए लगाओगे तो आपको अच्छे प्रॉफिट मिलेंगे लेकिन अगर आप बहुत सारे पैसे थोड़े से टाइम के लिए लगाओगे तो इससे आपको कोई फायदा नहीं होगा मैंने अपने दोस्तों की सिप जबरदस्ती शुरू करवाई है की यार तुम शुरू करो 20 साल बाद दुआएं हो गए मुझे 

तो मैं आपको भी का रहा हूं की अगर आप ₹500 से शुरू कर सकते हो ना तो ₹500 से सी शुरू कर दो अगले साल 10% बढ़कर 550 कर देना लेकिन शुरू करो 20 साल बाद आप भी मुझे दुवाए दोगे जितनी यंग आगे में आप सिप करना शुरू कर दो उतनी जल्दी आप फाइनेंशली फ्री हो जाओगे और जिंदगी भर सिर्फ पैसे के पीछे ही नहीं लग रहोगे।

यार लाइफ एंजॉय करने का भी टाइम मिलेगा घूमने फिरने का टाइम मिलेगा फैमिली के लिए टाइम मिलेगा तो स्टार्ट करो आज ही ।

इसके साथ ही आप अपना एक इमरजेंसी फंड भी तैयार करते रहो यह बहुत जरूरी है अपने 6 महीने के एक्सपेंसेस कैश में अपने पास रखो अगर कल आपके घर में किसी की तबीयत कुछ ज्यादा खराब हो गई या आपको आपकी जॉब से निकल दिया गया या फिर आपके बिजनेस में लॉस होने लगा तो कम से कम आप छह महीने के लिए बे फिकर रहोगे

ऐसे मैं आपको मार्केट से पैसे निकलने की जरूरत नहीं होगी और किसी उधर मांगने की जरूरत नहीं पड़ेगी अगर आप अपने सारे पैसे लगा दोगे और कल को आपको जरूरत पड़ी तो आप मार्केट से पैसे फिर से निकल लोगे।

इससे हो सकता है की आपको लॉस ही हो .

दूसरा 

आप रिस्क को समझ कर ही पैसे इन्वेस्ट करो रिस्क लेने में कोई स्मार्टनेस नहीं है इसमें कोई बहादुर की बात नहीं रिस्क बेवकूफ लोग लेते हैं स्मार्ट इन्वेस्टर्स कैलकुलेटर रिस्क लेते हैं उन्हें ये पता होता है की अगर उनका लॉस होगा तो सिर्फ ₹100 का होगा लेकिन प्रॉफिट होगा तो हजार का होगा इसलिए आप किसी भी म्युचुअल फंड में इन्वेस्ट करने से पहले उसके पोर्टफोलियो में जाकर ये देख लो की वो कौन सी कंपनी में पैसे लगा रहे हैं।

आप उन कंपनी पर ट्रस्ट करते हो या नहीं वो कितनी फीस ले रही है और उसे म्युचुअल फंड के मैनेजर का ट्रैक रिकॉर्ड कैसा रहा है।

नंबर 5

SIP क्या होता है (SIP kya hota hai)

लमसम वर्सेस सिप (lumpsum kya hota hai, lumpsum vs Sip)

हमने अभी सारे एग्जांपल्स में देखा की अगर आप ₹5000 हर महीने 20 साल तक इन्वेस्ट करोगे तो आप टोटल 12 लाख इन्वेस्ट करोगे मान लो की आपके पास इस टाइम ₹1 लाख कैश में या बैंक में पड़े हुए हैं तो क्या फिर भी आपको हर महीने ₹5000 इन्वेस्ट करने चाहिए या फिर आपको एक साथ सारे पैसे मार्केट में लगा देने चाहिए 

सारे पैसों का एक साथ लगाने वाले स्ट्रेटजी को लम सम इन्वेस्टमेंट कहते हैं इस स्ट्रेटजी से आपको तभी प्रॉफिट हो सकता है जब मार्केट ओवरली अंडरपरफॉर्म कर रही हो अगर इकोनॉमिक क्रैश कर रही है जैसे की 2020 के कोविद लॉकडाउन में हुआ था तब सारी अच्छी कंपनी 50% से ज्यादा पर ड्रॉप कर गई थी तब लम सम हम इन्वेस्टमेंट करने का अच्छा टाइम था।

मैंने भी किया था और बहुत अच्छे रिटर्न्स बनाए हैं प्रॉब्लम यह है की अब ऐसा मौका नेक्स्ट टाइम कब आएगा कोई नहीं बता सकता और अगर आप मार्केट के ओवर वैलिड होने पर सारे पैसे इन्वेस्ट करोगे तो आपको लॉस ही होगा।

दूसरी तरफ हर महीने ₹5000 इन्वेस्ट करने से आप मार्केट में कंटीन्यूअसली पैसे लगा रहे हो इसमें इन्हें मार्केट ऊपर गया तो आपने 5000 लगाया आपको कम यूनिट्स मिली नेक्स्ट मंथ होनी चाहिए तो अभी आपने 5000 लगाया आपको ज्यादा यूनिट्स अलॉट हुई रास्ते में आप कंपनी ऑन एन एवरेज प्राइस पर खरीद रहे हो जब वह अंडरवैल्यूड है, और ना ही ओवर वैल्यू है।

इस तरह से SIP में आपको मार्केट का एवरेज रिटर्न मिल रहा होता है अगर आपको फिर से कोविड जैसा एक मौका मिल जाए जब आप सारी अच्छी कंपनी को या निफ़्टी 50 की किसी कंपनी को तेजी से नीचे गिरता हुआ देखो तब आप उसमें लम सम इन्वेस्टमेंट कर सकते हो लेकिन जब आपको ऐसा मौका ना मिले आप सिप में इन्वेस्ट करते रहो।

याद रहे आप जितनी जल्दी पैसे इन्वेस्ट करके उन्हें जितने ज्यादा टाइम तक मार्केट में रखे रहोगे आपके पैसे उतने तेजी से ग्रो करेंगे इसलिए परफेक्ट मोमेंट का वेट मत करो आज ही ऐसा SIP में इन्वेस्ट करना शुरू करो। 

मेरा सजेशन आपको ये रहेगा की आपकी जो इनकम है उसका 10% आपको इन्वेस्ट करना चाहिए और उसे इन्वेस्टमेंट को आपको हर साल 10% से बढ़ाना चाहिए या नहीं अगर आप हर महीने अभी ₹1000 इन्वेस्ट कर रहे हो SIP में तो आपको अगले साल से उसे ₹1100 कर देना चाहिए।

ऐसे में आपका इन्वेस्टेड अमाउंट भी बढ़ता जाएगा और जितने लंबे टाइम तक आप tikoge उतना बड़ा रिटर्न भी मिलेगा।

SIP लाभ-अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

  1. SIP के क्या फायदे हैं?
    SIP के लाभ नियमित निवेश, निवेश की लागत का Averaging and the power of compounding के माध्यम से long term financial goals को प्राप्त करना है।
  2. कौन सा बेहतर है: SIP या एफडी?
    SIP एफडी की तरह रिटर्न की गारंटी नहीं देता है। लेकिन SIP एफडी से बेहतर है क्योंकि एफडी में आप एक बार के निवेश की तुलना में छोटी मात्रा में निवेश कर सकते हैं। SIP अधिक Liquidity and Installment Amount को बदलने की लचीलापन प्रदान करता है,
  3. अगर मैं SIP बंद कर दूं तो क्या होगा?
    सिप बंद करने पर आपका पैसा उसमे वैसे ही इनवेस्टेड रहता है, और बढ़ता रहता है जबा तक की आप उस पैसे को वह से निकाल नहीं लेते .
  4. क्या SIP शुरुआती लोगों के लिए अच्छा है?
    अगर आप स्टॉक मार्किट में जोखिम नहीं लेना चाहते तो सिप आपके लिए एक अच्छा ऑप्शन है .
  5. SIP के नुकसान क्या हैं?
    SIP का नुकसान यह है कि जब एनएवी बढ़ रही हो तो आपको प्रत्येक किस्त के साथ कम संख्या में यूनिट मिलेंगी।

तो अगर ये आपको वीडियो हेल्प लगाओ तो कमेंट में यस जरूर लिखें इससे मुझे मोटिवेशन मिलती है मैं ,अगर आप एक स्टूडेंट है तो आप हमारी अगली पोस्ट पढ़ सकते है ” how can i earn money as a student“. 

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